महामारी के दौर में हरेक क्षेत्र में बदलाव आए हैं। ऐसे में करियर के बहुत से क्षेत्रों में अगर मांग में जबरदस्त उछाल आया है, तो कुछ क्षेत्र एकदम अनुपयुक्त साबित हो गए हैं। महामारी के कारण आज हर क्षेत्र में घबराहट का माहौल है। वैश्विक स्तर पर जीवन के लगभग हर क्षेत्र में कोरोना वायरस के कारण बदलाव हो रहे हैं। इसमें सामाजिक, आर्थिक, वित्तीय, शैक्षिक और ऐसे ही अन्य क्षेत्र शामिल हैं। इस माहौल में मन को उलझाने वाले, लेकिन कई अहम प्रश्न उठ खड़े हुए हैं, जिनका उत्तर मिलना आसान नहीं है। प्रश्न जैसे, करियर के लिए कौन सी राह चुनें, नौकरी का कौन सा मौका हाथ से जाने ना दें, नौकरी के लिए कैसे सर्च करें या आवेदन करें? ऐसे में एक्सपर्ट्स से बात करके विभिन्न मौकों के बारे में जानना सही राह पकड़ने की दिशा में अहम है, क्योंकि ये फैसले भविष्य में आपके जीवन को लंबे समय तक प्रभावित करेंगे।
नौकरी खोजने में ध्यान रखें
वे लोग, जिन्होंने हाल ही में ग्रेजुएशन किया है या अपना कार्यक्षेत्र बदलना चाहते हैं, उन्हें यह बात समझनी चाहिए कि महामारी के कारण पढ़ाई से लेकर कार्यक्षेत्र तक की सारी स्थितियां अब ऑनलाइन हो चुकी हैं। इस दौर में यह जरूरी है कि एक संभावित उम्मीदवार विभिन्न ऑनलाइन मंचों पर नौकरी खोजने और आवेदन करने की प्रक्रिया को अच्छी तरह जानता हो। ऑनलाइन नौकरी खोजने की दिशा में कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:- विविध सोशल मीडिया हैंडल्स, जैसे लिंक्डइन वगैरह पर सार्थक और दमदार तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज कराना एक जरूरी कदम होना चाहिए।
- सोशल मीडिया का उपयोग केवल मनोरंजन के लिए ना करें। इसे अपने प्रोफेशनल नेटवर्क को बढ़ाने, अपनी प्रोफेशनल प्रोफाइल बनाने और नौकरी ढूंढ़ने के लिए इस्तेमाल करें।
- एक संपूर्ण रिज्यूमे बनाने के लिए नमूने या टैंपलेट पाने के लिए विभिन्न सॉफ्टवेयर या वेबसाइट्स जैसे एमएस वर्ड, कैन्वा का इस्तेमाल करें।
- शाइन.कॉम, मॉन्स्टरइंडिया.कॉम, इनडीड.कॉम जैसी जॉब पोस्टिंग वेबसाइट्स पर जाकर, चुने जा रहे लोगों और कंपनियों के बारे में अपनी खोजबीन जारी रखें।
- अपनी कम्यूनिकेशन स्किल्स सुधारने, इंटरव्यू के अभ्यास के लिए या भारी मांग वाली स्किल के लिए अपनी उम्मीदवारी मजबूत करने के लिए किसी संबंधित प्रोफेशनल डेवलपमेंट कोर्स में शामिल हों।
- - कंपनी/संगठन को समझें, ताकि आप सही तरह से अपना रुझान दर्शा सकें।
एक सही करियर कैसे चुनें
सबसे पहले यह समझें कि करियर चुनाव क्या प्रक्रिया है? इस प्रक्रिया में अपने रुझानों, रुचियों और कौशल से मेल खाते करियर का चुनाव किया जाता है। फिलहाल जो स्थितियां हैं, उनमें कुछ करियर विकल्प अब गायब हो रहे हैं, तो कुछ में जबरदस्त उछाल आया है और वे आश्चर्यजनक तरीके से मांग में आ गए हैं। इस समय चयन का प्रश्न कठिन साबित हो सकता है, यदि सही गाइडेंस ना मिले। जो छात्र अभी हाईस्कूल में हैं और किसी अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम में अपना नाम लिखाया है, वे कुछ क्षेत्रों में से अपने लिए करियर के तौर पर चुनाव कर सकते हैं।ये करियर विकल्प फिलहाल बेहद डिमांड में हैं और आने वाले लंबे समय तक मांग में बने रहेंगे।
डाटा साइंस
बहुत सी कंपनियों, संगठनों, संस्थाओं को डाटा इकट्ठा करने और उसका विश्लेषण करने के लिए डाटा साइंटिस्ट और डाटा मैनेजमेंट एनालिस्ट्स की जरूरत होती है। ये विशेषज्ञ एकत्रित डाटा से निष्कर्ष उपलब्ध कराते हैं, ताकि उन पर भावी नीतियों के प्रस्ताव बनाए जा सकें और लाभ में बढ़ोतरी की जा सके। इन प्रोफेशनल्स में टेंसर फ्लो, स्टैटिस्टिकल मॉडलिंग और डाटा विजुअलाइजेशन के लिए जरूरी स्किल्स की मांग होती है।कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी
बायोलॉजिकल, इकोलॉजिकल, बिहेवियरल और सोशल सिस्टम का बेहतर तरीके से अध्ययन करने के लिए कम्प्यूटेशनल बायोलॉजिस्ट मददगार होते हैं। ये इन तंत्रों के बीच के आपसी संबंध को बेहतर ढंग से समझाने के लिए एल्गोरिद्म और मॉडल्स बनाते हैं। इस क्षेत्र में युवा को डाटा एनालिटिक्स, कंप्यूटर साइंस, मैथमेटिकल एंड स्टैटिस्टिकल मॉडलिंग वगैरह आना चाहिए।ई-कॉमर्स
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि अधिकतर व्यापार अब ऑनलाइन ही हो रहा है, इसलिए इसमें ई-कॉमर्स बिजनेस एसोसिएट्स, सप्लाई चेन एसोसिएट्स, पैकेज हैंडलर्स, पर्सनल शॉपर्स आदि की भी खूब डिमांड है। इस क्षेत्र में आवश्यक कौशलों में टाइम मैनेजमेंट, कस्टमर सर्विस और लीडरशिप अहम हैं।डिजिटल मार्केटिंग
एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर वस्तुओं और सेवाओं की खरीद-फरोख्त को बढ़ाने का जिम्मा डिजिटल मार्केटिंग प्रोफेशनल्स पर होता है। उम्मीदवार यहां डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट, सोशल मीडिया मैनजर्स, मार्केटिंग रिप्रेजेंटेटिव्स, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन स्पेशलिस्ट के तौर पर काम कर सकते हैं। इस इंडस्ट्री में आने के लिए उम्मीदवार के पास प्रोडक्ट मार्केटिंग, डिजिटल स्ट्रैटेजी, ब्रांड मैनेजमेंट का स्किल होना चाहिए।हेल्थकेयर ऐंड मैनेजमेंट
जैसा कि वर्तमान स्वास्थ्य आपदा को लेकर देखा जा रहा है, यह एक अहम क्षेत्र है। हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स सपोर्टिंग यानी सहायक स्टाफ होते हैं। जैसे हेल्थकेयर असिस्टेंट, फार्मेसी टेक्निशियन, डेंटल असिस्टेंट, होम हेल्थ एड वगैरह। इन्हें पेशेंट एजुकेशन, डाटा एंट्री की जानकारी होनी चाहिए। इन्हें फिजिशियन के साथ मिलकर काम करना होता है।ई-एजुकेशन
शिक्षा अब ऑनलाइन और वर्चुअल सेटिंग्स में हो रही है। इस क्षेत्र के लिए प्रोफेशनल्स जैसे कि टीचिंग असिस्टेंट्स, स्कूल टीचर्स, प्रोफेसर्स और करिकुलम डेवलपर्स की खूब मांग बढ़ रही है। साथ ही इनमें डिजिटल स्ट्रैटेजी, लेसन प्लानिंग, टाइम मैनेजमेंट आदि भी अपेक्षित हैं।मेंटल हेल्थ स्पेशलाइजेशन
इस समय कई प्लेटफॉर्म्स हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने और सहायता उपलब्ध करा रहे हैं। इन दिनों इसके प्रति लोगों में जागरूकता भी बढ़ी है। इसको देखते हुए इस समय मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल्स, जैसे बिहैवियरल थेरेपिस्ट, साइकोथेरेपिस्ट, साइकियाट्रिस्ट आदि की मांग भी बढ़ी है।वर्कप्लेस डाइवर्सिटी मैनेजमेंट : कई एक देशों के बीच व्यापार और वैश्वीकरण के चलते इस समय पूरी दुनिया एक इकाई हो चुकी है। इसके चलते कार्यक्षेत्रों का विस्तार हुआ है और कर्मचारियों में विविधता आई है। इसी कारण से वर्कप्लेस डाइवर्सिटी मैनेजर्स, डाइवर्सिटी ऑफिसर्स, डाइवर्सिटी कोऑर्डिनेटर्स की जरूरत भी बढ़ी है, ताकि संस्कृतियों के प्रति लोगों को जागरूक बनाया जा सके, उनके प्रति सहिष्णुता बढ़ाई जा सके और विवाद समाधान संबंधी सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
टेक्नोलॉजी : ऑनलाइन काम की स्थितियों ने नौकरियों के कई मौके उपलब्ध कराए हैं। जैसे कि ब्लॉक चेन, साइबरसिक्योरिटी, एथिकल हैकिंग आदि। जाहिर है कि इसके प्रोफेशनल्स को प्रोग्राम मैनेजमेंट, वेब डेवलपमेंट, डिस्ट्रिब्यूटेड सिस्टम्स आदि की जानकारी होना जरूरी है।
यूजर इंटरफेस एवं यूजर एक्सपीरिएंस डिजाइन (यूआई ऐंड यूएक्स)
किसी भी कंपनी को बना लेना भर अहम नहीं होता, जब तक ब्रांड नेम और क्लाइंट नहीं बनते। इस बिंदु पर यूआई एवं यूएक्स डिजाइनर्स, जैसे कि प्रोडक्ट डिजाइन कंसल्टेंट, यूजर एक्सपीरिएंस रिसर्चर, काम आते हैं। ये क्लाइंट की आवश्यकताओं का विश्लेषण करते हैं और प्रोडक्ट को उपयोग करने में और आसान और सुविधापूर्ण बनाते हैं।बात सिर्फ अपने लिए सही करियर या नौकरी चुनने पर है। यह महामारी कभी ना कभी खत्म तो होनी ही है। करियर बनाना और उसके माध्यम से आजीविका कमाना साथ ही समाज में अपना योगदान देने का काम हमेशा चलता रहेगा। इसीलिए सही स्किल्स और सही क्षेत्र में प्रवेश करके अपना चहुमुखी विकास करें। जैसा कि महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने कहा है-‘जिंदगी कितनी भी कठिन लगे, कुछ न कुछ ऐसा जरूर होता है, जिसे आप कर सकते हैं और सफल हो सकते हैं।
कुछ गुणों का विकास जरूर करें
बदलते वक्त के साथ कंपनियों और नियोक्ताओं की अपेक्षाओं और जरूरतों में भी बदलाव आ रहा है। अब वे कुछ खास स्किल्स की खोज में हैं, जिनकी मांग तेजी से करियर के क्षेत्र में सामने आ रही है। एक उम्मीदवार को अपनी नौकरी की खोज में इन स्किल्स में से जितनी हो सकें, खुद में विकसित करने पर जोर देना चाहिए। ताकि किसी नौकरी में आपके आवेदन का चयन होने की संभावना भी बढ़े। इनमें से कुछ निजी गुण हैं, जो आपको प्रोफेशनल क्षेत्र में भी बहुत मदद करेंगे।- विश्लेषण क्षमता और क्रिटिकल थिंकिंग
- सीखने के लिए तत्परता
- रचनात्मकता और मौलिकता
- टेक्निकल एवं डिजिटल स्किल्स
- प्रॉब्लम सॉल्विंग एवं रीजनिंग स्किल्स
- लीडरशिप एवं टीम वर्क
- इमोशनल इंटेलिजेंस और जुझारु प्रवृत्ति
- सिस्टम एनालिसिस और इवैल्युएशन
कई ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म हैं, जैसे गूगल डिजिटल गैराज, जहां आपको डिजिटल स्किल्स विकसित करने, कम्यूनिकेशन स्किल्स बेहतर करने, रिज्यूमे राइटिंग और सॉफ्ट स्किल्स सीखने से संबंधित कोर्स करने को आसानी से मिल जाएंगे।